Sunday, February 16, 2014

रोज़मर्रा की आदतों से सुधारें अपने ग्रह: By Shri Rahul Gupta ICAS Kanpur

रोज़मर्रा की आदतों से सुधारें अपने ग्रह:

* अगर आपको कहीं पर भी थूकने की आदत है, तो यह निश्चित है कि आपको यश, सम्मान अगर मुश्किल से मिल भी जाता है तो कभी टिकेगा नहीं, चाहे कुछ भी कर लें।

* जिन लोगों को अपनी झूठी थाली या बर्तन वहीं उसी जगह पर छोड़ने की आदत होती है उनको सफलता कभी भी स्थायी रूप से नहीं मिलती, बहुत मेहनत करनी पड़ती है, और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते। इनके आस-पास काम करने वाले लोग इनसे इनसे बात करने से बचते हैं।
अगर आप अपने झूठे बर्तन को उठाकर उनकी सही जगह पर रख आते हैं या खुद ही साफ़ कर लेते हैं तो चन्द्रमा, शनि का आप सम्मान करते हैं।

* जब भी हमारे घर पर कोई भी बाहर से आये , चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी जरुर पिलाएँ। ऐसा करने से हम राहु ग्रह का सम्मान करते हैं। जो लोग बाहर से आने वाले लोगों को स्वच्छ पानी हमेशा पिलाते हैं उनके घर में राहु का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता ।

* घर के पौधे आपके अपने परिवार के सदस्य जैसे ही होते हैं , उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल की जरुरत होती है।
जिस घर में सुबह उठकर पौधों को पानी दिया जाता है तो हम बुध , सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों से डटकर लड़ पाते हैं।
जो लोग नियमित रूप से पौधों को पानी देते हैं, उन लोगों को depression, anxiety जैसी परेशानियाँ जल्दी से पकड़ नहीं पातीं।

* अगर नहाने के बाद bathroom में आप अपने कपड़े इधर-उधर फेंक आते हैं या फिर पूरे bathroom में पानी बिखराकर आ जाते हैं तो आपका चन्द्रमा किसी भी स्थिति में आपको अच्छे फल देगा ही नहीं। हमेशा बुरा परिणाम देगा। आपके शरीर से सारा ओज निकाल देगा। Personality attractive बिलकुल नहीं रहेगी और आप हमेशा dull देखेंगे।
इसीलिए पानी को हमेशा निथारना चाहिए ।

* जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल, जूते-मोज़े इधर उधर फेंक देते हैं, उन्हें उनके शत्रु बड़ा परेशान करते हैं।
इससे बचने के लिए अपने चप्पल-जूते करीने से लगाकर रखें, आपकी प्रतिष्ठा बनी रहेगी।

* जिन लोगों का राहु और शनि खराब होगा, ऐसे लोग जब अपना बिस्तर छोड़ेंगे तो उनका बिस्तर हमेशा फैला हुआ होगा, सलवटेंज्यादा होंगी, चादर कहीं, तकिया कहीं, कम्बल एक तरफ। ऐसे लोग अपने पुराने पहने हुए कपड़े तक फैला कर रखते हैं। ऐसे लोगों की पूरी दिनचर्या कभी भी व्यवस्थित नहीं रहती, जिसकी वजह से ये खुद भी परेशान रहते हैं और दूसरों को भी परेशान करते हैं।
इससे बचने के लिए उठते ही अपना बिस्तर सही तरीके से लगायें और सब कुछ समेट दें।

* पैरो की सफाई पर हम लोगों को ख़ास ध्यान देना चाहिए। हम में से बहुत सारे लोग अक्सर इसे भूल जाते हैं।
नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोयें, कभी भी बाहर से आयें तो पांच मिनट रुक कर मुँह और पैर धोयें। आप खुद यह पाएंगे कि आपको चिड़चिड़ापन कम होता है, दिमाग की शक्ति बढ़ेगी और क्रोध धीरे-धीरे कम होने लगेगा।

* ध्यान रखें, कभी भी खाली हाथ घर ना लौटें अधिकतर लोग ऑफिस से या कार्यस्थल से जब अपने घर लौटते हैं तो अपनी व्यस्तता के कारण बिना कुछ लिए खाली हाथ ही घर लौट आते हैं। लेकिन आपने अक्सर हमारे घर के वृद्ध लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि कभी शाम को खाली हाथ घर नहीं लौटना चाहिए क्योंकि हमारे शास्त्रों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि घर लौटते समय घर के बुज़ुर्गों या बच्चों के लिए कुछ न कुछ लेकर जाना चाहिए।
घर में कुछ भी नई वस्तु आने पर बच्चे और बुज़ुर्ग ही सबसे ज्यादा खुश होते हैं। कहीं कहीं इस परम्परा में घर लौटते वक्त बच्चों के लिए मिठाई लाने के बारें में बताया गया है। बुज़ुर्गों के आशीर्वाद से घर में सुख समृद्धि बढ़ने लगती है और जिस घर में बच्चे और वृद्ध खुश रहते हैं उस घर में लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

ऐसा माना जाता है कि रोज खाली हाथ घर लौटने पर धीरे-धीरे उस घर से लक्ष्मी चली जाती हैं और उस घर के सदस्यों में नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं। इसके विपरित घर लौटते समय कुछ न कुछ वस्तु लेकर आएं तो उससे घर में बरकत बनी रहती है, उस घर में लक्ष्मी का वास हो जाता है। हर रोज घर में कुछ न कुछ लेकर आना वृद्धि का सूचक माना गया है। ऐसे घर में सुख समृद्धि और धन हमेशा बढ़ता जाता है और घर में रहने वाले सदस्यों की भी तरक्की होती है।