संस्मरण :
श्री सोमनाथ जी के मंदिर से लगभग १-२ KM पूर्व दिशा में एक दिव्य स्थल है त्रिवेणी संगम, समुद्र तट स्थित !! अच्छे , पक्के घाट, सुचारू व्यवस्थित !! मोहक, शांत वातावरण में स्नान की सुंदर व्यवस्था है !! मुझे यह स्थान अत्यंत जाग्रत अनुभव में आया !! भोर में समुद्र यहाँ अत्यंत शांत, जल प्रवाह का वेग यहाँ दर्शित नहीं मिला मुझे !!
मान्यता अनुसार इस स्थल में तीन पवित्र प्राचीन ( वैदिक या पौराणिक काल जो भी कहे ) तीन नदियों का संगम होता है !!
१ > हिरण्या २ > सरस्वती ३> कपिला
आपके पास इस विषय में और अधिक जो भी सामग्री हो तो कृपया प्रेषित करें !! जिज्ञासु के लिए !!
भोलानाथ शुक्ल
श्री सोमनाथ जी के मंदिर से लगभग १-२ KM पूर्व दिशा में एक दिव्य स्थल है त्रिवेणी संगम, समुद्र तट स्थित !! अच्छे , पक्के घाट, सुचारू व्यवस्थित !! मोहक, शांत वातावरण में स्नान की सुंदर व्यवस्था है !! मुझे यह स्थान अत्यंत जाग्रत अनुभव में आया !! भोर में समुद्र यहाँ अत्यंत शांत, जल प्रवाह का वेग यहाँ दर्शित नहीं मिला मुझे !!
मान्यता अनुसार इस स्थल में तीन पवित्र प्राचीन ( वैदिक या पौराणिक काल जो भी कहे ) तीन नदियों का संगम होता है !!
१ > हिरण्या २ > सरस्वती ३> कपिला
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भोलानाथ शुक्ल
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