कानपूर में मित्रों में चर्चा ज्योतिष की चल रही थी.
एक प्रश्न उठाया गया द्वितीय और द्वादश भाव को सम भाव की संज्ञा देने का क्या कारण हो सकता है अनेक प्रकार के कारणों पर बहस हुई निष्कर्स रूप में जो कारण विशेष ग्रहणीय हुआ वह आप सबके संज्ञान में ला रहा हूँ .
Fixed zodiac : मेष लग्न उदित द्वितीय भाव में वृषभ राशि. वृषभ राशि में एक नक्षत्र रोहिणी . द्वादश भाव में मीन राशि मीन राशि में एक नक्षत्र रेवती .
रोहिणी कृष्ण प्रिया और रेवती बलदाऊ प्रिया .
कृष्ण और बलदाऊ दोनों सम रहते थे महाभारत की घटनाएँ याद करियेगा .
अतः द्वितीय और द्वादश भाव को सम भाव की संज्ञा देने का क्या यह कारण हो सकता है .
साथियों विचार करें पसंद आये आनंद लें अन्यथा भूल जाएँ : भोला नाथ शुक्ल
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