पन्च तत्व शब्द से आप परिचित होगे ! यह शरीर भी पन्च तत्व से बना हॆ ! भूमि गगन वायु अग्नि नीर ! छित जल पावक गगन समीर ! गुरु क्रिपा से एक दिन एक शब्द भगवान स्मरण मे आया ! इस शब्द मे पान्च अछर हे ! हर अछर से एक शब्द बना -- भूमि -- गगन -- वायु -- अग्नि -- नीर ! भगवान !
इसी प्रकार भागवत में जल के स्थान पर तोय कर दे. भूमि - अग्नि - गगन - वायु - तोय .
आनन्द ले !
आपका
भोला नाथ शुक्ल
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