जब दूध फट जाता है या खराब हो जाता है तो दही का काम नहीं देता ! इसी बात को मुख्य रखते हुए लाल किताब में लिखा है कि जिस व्यक्ति का भी चंदर ग्रह खराब हो उस व्यक्ति को शुकर ग्रह के काम नहीं करने चाहिए ! फटा हुआ दूध (चंदर मंदा ) दही (शुकर) का काम नहीं देता ! लेकिन फटे हुए दूध का पानी फिर भी अपने दूध की ताक़त का काम दे ही जाता है ! इसलिए मंदा चंदर फिर भी किसी दुसरो को भलाई के काम में मदद ज़रूर देगा ! मतलब साफ़ है कि मंदे/खराब चंदर वाले को शुकर के कारोबार से फायदा नहीं होगा लेकिन चंदर के कामो से फायदा हो सकता है
by jagmohan mahajan ji
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