Sunday, October 9, 2011

मीन - मेख

मित्रों एक सार्थक निवेदन करता हूँ अपनी अपनी बात - मंतव्य को स्पष्ट कहे जोरदारी से कहें पर यह ध्यान रहे की किसी की आलोचना न करें . आलोचनात्मक टिप्पणी से बचे बचाएं . किसी की बात और मंतव्य में किसी प्रकार की (मीन मेष ) न निकालें. साथियों यह (मीन- मेष ) का अर्थ कुछ ध्यान में आया. यह ज्योतिषीय भाषा का मुहावरा है. सायन और निरयन भारतीय और पश्चिमी ज्योतिष में जो अयनांश का विवाद है की मीन में है या मेष में उसी से यह मुह्वरा बन गया . आनंद ले. भोला नाथ शुक्ल

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