Sunday, October 9, 2011

पिंड छुटा

To get Rid of का हिंदी में समानार्थक कहावत पिण्ड छुटना .
यह श्राद्ध पखवारा है. और इस समय तर्पण में पिण्ड के साथ पूजन अर्चन की व्यवस्था की जाती है. जिस परिवार के सदस्यों द्वारा (subject to certain conditions) गया, काशी, बद्रीनाथ, आदि तीर्थों में जाकर विधिवत पिण्ड तर्पण अर्चन कर लिया जाता है उन परिवार के सदस्यगन तदुपरांत श्राद्ध पक्ष में बिना पिण्ड के जल आदि तर्पण करते है. इस लिए यह कहावत प्रचलित हो गई कि चलो पिण्ड छूटा . चूँकि पिण्ड के साथ पूजन अर्चन श्रम साध्य है अतः इस कहावत में राहत का भाव भी सन्निहित हो गया है.
निवेदक : भोला नाथ शुक्ल कानपूर

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